घ्रा, जिघ्र धातु के रूप – Jighra, ghra Dhatu Roop – संस्कृत

Jighra/ghra Dhatu

घ्रा/जिघ्र धातु (सूँघना, to smell): घ्रा/जिघ्र धातु भ्वादिगणीय धातु शब्द है। अतः Jighra/ghra Dhatu के Dhatu Roop की तरह घ्रा/जिघ्र जैसे सभी भ्वादिगणीय धातु के धातु रूप (Dhatu Roop) इसी प्रकार बनाते है।

घ्रा/जिघ्र धातु का गण (Conjugation): भ्वादिगण (प्रथम गण – First Conjugation)

घ्रा/जिघ्र का अर्थ: घ्रा/जिघ्र का अर्थ सूँघना, to smell होता है।

घ्रा/जिघ्र के धातु रूप (Dhatu Roop of Jighra/ghra) – परस्मैपदी

घ्रा/जिघ्र धातु के धातु रूप संस्कृत में सभी लकारों, पुरुष एवं तीनों वचन में घ्रा/जिघ्र धातु रूप (Jighra/ghra Dhatu Roop) नीचे दिये गये हैं।

लट् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – वर्तमान काल, Present Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष जिघ्रति जिघ्रतः जिघ्रन्ति
मध्यमपुरुष जिघ्रसि जिघ्रथः जिघ्रथ
उत्तमपुरुष जिघ्रामि जिघ्रावः जिघ्रामः

लिट् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – Past Perfect Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष जघ्रौ जघ्रतुः जघ्रुः
मध्यमपुरुष जघ्राथ/जघ्रिथ जघ्रथुः जघ्र
उत्तमपुरुष जघ्रौ जघ्रिव जघ्रिम

लुट् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – First Future Tense or Periphrastic

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष घ्राता घ्रातारौ घ्रातारः
मध्यमपुरुष घ्रातासि घ्रातास्थः घ्रातास्थ
उत्तमपुरुष घ्रातास्मि घ्रातास्वः घ्रातास्मः

लृट् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – भविष्यत्, Second Future Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष घ्रास्यति घ्रास्यतः घ्रास्यन्ति
मध्यमपुरुष घ्रास्यसि घ्रास्यथः घ्रास्यथ
उत्तमपुरुष घ्रास्यामि घ्रास्यावः घ्रास्यामः

लोट् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – अनुज्ञा, Imperative Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष जिघ्रतु/जिघ्रतात् जिघ्रताम् जिघ्रन्तु
मध्यमपुरुष जिघ्र/जिघ्रतात् जिघ्रतम् जिघ्रत
उत्तमपुरुष जिघ्राणि जिघ्राव जिघ्राम

लङ् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – भूतकाल, Past Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष अजिघ्रत् अजिघ्रताम् अजिघ्रन्
मध्यमपुरुष अजिघ्रः अजिघ्रतम् अजिघ्रत
उत्तमपुरुष अजिघ्रम् अजिघ्राव अजिघ्राम

विधिलिङ् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – चाहिए के अर्थ में, Potential Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष जिघ्रेत् जिघ्रेताम् जिघ्रेयुः
मध्यमपुरुष जिघ्रेः जिघ्रेतम् जिघ्रेत
उत्तमपुरुष जिघ्रेयम् जिघ्रेव जिघ्रेम

आशीर्लिङ् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – आशीर्वाद देना, Benedictive Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष घ्रायात्/घ्रेयात् घ्रायास्ताम्/घ्रेयास्ताम् घ्रायासुः/घ्रेयासुः
मध्यमपुरुष घ्रायाः/घ्रेयाः घ्रायास्तम्/घ्रेयास्तम् घ्रायास्त/घ्रेयास्त
उत्तमपुरुष घ्रायासम्/घ्रेयासम् घ्रायास्व/घ्रेयास्व घ्रायास्म/घ्रेयास्म

लुङ् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – Perfect Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष अघ्रासीत्/अघ्रात् अघ्रासिष्टाम्/अघ्राताम् अघ्रासिषुः/अघ्रुः
मध्यमपुरुष अघ्राः/अघ्रासीः अघ्रासिष्टम्/अघ्रातम् अघ्रासिष्ट/अघ्रात
उत्तमपुरुष अघ्राम्/अघ्रासिषम् अघ्रासिष्व/अघ्राव अघ्राम/अघ्रासिष्म

लृङ् लकार, घ्रा/जिघ्र धातु – हेतुहेतुमद्भूत, Conditional Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुष अघ्रास्यत् अघ्रास्यताम् अघ्रास्यन्
मध्यमपुरुष अघ्रास्यः अघ्रास्यतम् अघ्रास्यत
उत्तमपुरुष अघ्रास्यम् अघ्रास्याव अघ्रास्याम

संस्कृत में शब्द रूप देखने के लिए Shabd Roop पर क्लिक करें और नाम धातु रूप देखने के लिए Nam Dhatu Roop पर जायें।