ज्ञातृ (ज्ञाता) शब्द के रूप (Gyatr Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Gyatr Shabd

ज्ञातृ शब्द (ज्ञाता, जाननेवाला, ज्ञान रखने वाला, जानकार): ज्ञातृ शब्द के ऋकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप, ज्ञातृ (Gyatr) शब्द के अंत में ‘ऋ’ की मात्रा का प्रयोग हुआ इसलिए यह ऋकारान्त हैं। अतः Gyatr Shabd के Shabd Roop की तरह ज्ञातृ जैसे सभी ऋकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। ज्ञातृ शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Gyatr Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।

ज्ञातृ के शब्द रूप – Shabd roop of Gyatr

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा ज्ञाता ज्ञातारौ ज्ञातारः
द्वितीया ज्ञातारम् ज्ञातारौ ज्ञातॄन्
तृतीया ज्ञात्रा ज्ञातृभ्याम् ज्ञातृभिः
चतुर्थी ज्ञात्रे ज्ञातृभ्याम् ज्ञातृभ्यः
पंचमी ज्ञातुः ज्ञातृभ्याम् ज्ञातृभ्यः
षष्ठी ज्ञातुः ज्ञात्रोः ज्ञातॄणाम्
सप्तमी ज्ञातरि ज्ञात्रोः ज्ञातृषु
सम्बोधन हे ज्ञाता ! हे ज्ञातारौ ! हे ज्ञातरः !

ज्ञातृ शब्द का अर्थ/मतलब

ज्ञातृ शब्द का अर्थ जाननेवाला, ज्ञान रखने वाला, जानकार होता है। ज्ञातृ शब्द ऋकारान्त शब्द है इसका मतलब भी ‘जाननेवाला, ज्ञान रखने वाला, जानकार’ होता है।

ज्ञातृ जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप ज्ञातृ शब्द के ऋकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप हैं ज्ञातृ जैसे शब्द रूप (Gyatr shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

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