गोत्र शब्द के रूप – Gotra Ke Shabd Roop – Sanskrit

Gotra Shabd

गोत्र शब्द (वंश, कुल का आरंभ करने वाले ऋषियों की संतति-परंपरा- संतान): गोत्र शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप, गोत्र (Gotra) शब्द के अंत में “अ” की मात्रा का प्रयोग हुआ इसलिए यह अकारान्त हैं। अतः Gotra Shabd के Shabd Roop की तरह गोत्र जैसे सभी अकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। गोत्र शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Gotra Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।

गोत्र के शब्द रूप – Shabd roop of Gotra

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा गोत्रम् गोत्रे गोत्राणि
द्वितीया गोत्रम् गोत्रे गोत्राणि
तृतीया गोत्रेण गोत्राभ्याम् गोत्रैः
चतुर्थी गोत्राय गोत्राभ्याम् गोत्रेभ्यः
पंचमी गोत्रात् गोत्राभ्याम् गोत्रेभ्यः
षष्ठी गोत्रस्य गोत्रयोः गोत्राणाम्
सप्तमी गोत्रे गोत्रयोः गोत्रेषु
सम्बोधन हे गोत्रम् ! हे गोत्रे ! हे गोत्राणि !

गोत्र शब्द का अर्थ/मतलब

गोत्र शब्द अर्थ वंश, कुल का आरंभ करने वाले ऋषियों की संतति-परंपरा- संतान or कुल के आदिपुरुष के नाम से प्राप्त वंश का नाम, जैसे- काश्यप, शांडिल्य, भारद्वाज आदि गोत्र or राजा का छत्र or संघ or गोष्ठ or समूह होता है। गोत्र शब्द अकारान्त शब्द है इसका मतलब भी ‘वंश, कुल का आरंभ करने वाले ऋषियों की संतति-परंपरा- संतान’ होता है।

गोत्र जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप गोत्र शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप हैं गोत्र जैसे शब्द रूप (Gotra shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।