लगभग सभी बोर्ड परीक्षाओँ और प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्यय के वाक्य प्रयोग पूछे जाते है। इसलिए इस पृष्ठ में आपकी परीक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रमुख संस्कृत अव्यय और अव्ययों के वाक्य प्रयोग इस प्रकार हैं –
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अव्यय ऐसे शब्द होते हैं जो वाक्यों में जैसे के तैसे ही प्रयोग होते हैं, इन पर लिंग, वचन, पुरुष, कारक, संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया आदि का कोई प्रभाव नहीं पड़ता...Read more !
काव्यलिंग अलंकार परिभाषा: हेतु का वाक्यार्थ अथवा पदार्थ रूप में कथन करना ही काव्यलिङ्गालङ्कार है। अर्थात जहाँ पर किसी युक्ति से समर्थित की गयी बात को काव्यलिंग अलंकार कहते हैं...Read more !
वाच्य की परिभाषा वाच्य क्रिया के उस रूप को कहते है जिससे पता चलता है कि वाक्य में क्रिया के द्वारा किसके विषय में कहा गया है जैसे – कर्ता...Read more !